खेती की लागत कम करने के उपाय

खेती की लागत कम करने के उपाय

आज के समय में कृषि वैज्ञानिक, आर्थिक रूप से पिछड़े किसानों को ऐसी तकनीकी से परिचित करा रहे हैं, जिस से कि उन की आमदनी में बढ़ोत्तरी होने के साथ ही साथ कम लागत भी काम की जा सके | यदि इसे नजरिये से देखा जाय तो हर कृषि कार्य के अंतिम उत्पाद को दुसरे कार्य के लिए इस्तेमाल किया जाता है| इस प्रकार कृषि आधारित चक्र को अपनाने से कम लागत में ही उत्त्पादन को बढ़ाया जा सकता है|

कम लागत में सफल खेती की तकनीकें

कम लागत वाली कृषि तकनीकों के द्वारा किसान खर्च को काम करके अधिक उपज का उत्पादन प्राप्त करते हैं । ये तकनीकें पर्यावरण के लिए भी अच्छी होती हैं।

यहां कुछ कम लागत वाली कृषि तकनीकें हैं जिन्हे अपनाकर किसान अपनी खेती की लागत को कम कर सकते हैं:

  • जैविक खेती: जैविक खेती पद्धति में रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का प्रयोग न करके, किसान प्राकृतिक और जैविक तरीकों से अपनी फसलों को उगाते हैं। जैविक कृषि मिट्टी की उत्त्पादन क्षमता में सुधार करती है और पर्यावरण को दूषित भी नहीं करती है।
  • प्राकृतिक उर्वरक: कम्पोस्ट खाद, हरी खाद, और गोबर की खाद जैसी प्राकृतिक उर्वरकों का किसानों द्वारा उपयोग अपनी फसलों की उत्पादकता बढ़ाने के लिए किया जाता है। रासायनिक उर्वरकों की तुलना में प्राकृतिक उर्वरक सस्ते और पर्यावरण के अधिक अनुकूल भी होते हैं।
  • जैविक कीट नियंत्रण: इस तकनीकि में रासायनिक कीटनाशकों का प्रयोग करने की जगह, किसान जैविक तरीकों का उपयोग करके अपनी फसलों को कीटों से बचाते हैं। इसमें फसल चक्रण, फसल साथी रोपण, और जैविक कीटनाशकों का उपयोग जैसे तरीके शामिल हैं ।
  • जल संरक्षण: जल संरक्षण तकनीक का प्रयोग करके किसान पानी की बचत कर सकते हैं। इस तकनीक में ड्रिप सिंचाई, स्प्रिंकलर सिंचाई, और वर्षा जल संचयन जैसे तरीके शामिल है।
  • कृषि अनुसंधान तथा कृषि ज्ञान: कृषि अनुसंधान संस्थान किसानों के लिए कम खर्च वाली कृषि तकनीकों को विकसित करने के लिए लगातार काम कर रहा है। कृषि की नयी तकनीकों का ज्ञान और प्रशिक्षण प्राप्त करके तथा उन्हें अपनाकर किसान अपनी कृषि पद्धतियों में सुधार कर सकते हैं और खेती पर आने वाले खर्च को कम भी कर सकते हैं ।